सर्वर क्या है, यह कैसे काम करता है तथा सर्वर डाउन क्यों होता है?

तकनिकी के इस युग में आपने सर्वर का नाम तो जरुर सुना होगा और अधिकतर आप बैंक में या कोई सरकारी फॉर्म की वेबसाइट में जरुर सुनते होगे कि सर्वर डाउन है. तब आपके दिमाग में यह विचार आता होगा कि आखिर सर्वर क्या है और यह डाउन क्यों होता है.

तकनीकि क्षेत्र से संबंध रखने वाले लोगों के लिए सर्वर बहुत ही नार्मल बात है. अगर आप तकनीकि क्षेत्र से नहीं हो और सर्वर के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो यह आर्टिकल पूरा अंत तक पढ़े. इसमे मैंने आपको Server की पूरी जानकारी डिटेल के साथ दी है.

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इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि सर्वर क्या है? सर्वर कैसे काम करता है? सर्वर डाउन क्यों होता है? और सर्वर कितने प्रकार का होता है? तो चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को.

सर्वर क्या है?

इंटरनेट जहाँ सूचनाओ का अथाह भंडार है, इन सूचनाओ की सर्विस यूजर तक करने वाले माध्यम को सर्वर कहा जाता हैं.

Server Kya Hota hai

यह तो हो गयी सर्वर की सामान्य परिभाषा, लेकिन आपमें से अधिक पाठक इस मात्र इस परिभाषा से सर्वर को अच्छी प्रकार से नहीं समझ पाए होंगें, इसलिए सर्वर को आसान शब्दों में समझने के लिए एक वास्तविक जीवन के उदाहरण के द्वारा समझते हैं.

माना आप किसी होटल या रेस्टोरेंट में जाते हैं. और वहां अपनी पसंद का खाना आर्डर करते हैं. फिर होटल में जो वेटर काम करते हैं वह अपने स्टोर में जायेंगे और आपको आपकी पसंद का खाना सर्व करते हैं. तो इस प्रकार से जो वेटर हैं वो एक प्रकार से होटल के सर्वर हैं जो कस्टमर को उनके आर्डर के अनुसार खाना सर्व करते हैं.

अब इस उदाहरण में –

  • जो होटल के कस्टमर है वह हम हैं जो इन्टरनेट पर जानकारी सर्च करते हैं.
  • होटल के वेटर सर्वर हैं , जो हमें सर्विस प्रदान करते हैं.
  • स्टोर डाटा सेंटर है, जहा सभी जानकारी सुरक्षित रहती है.

ठीक इसी प्रकार इन्टरनेट की दुनिया में भी होता है, जब भी हम कुछ जानकारी इन्टरनेट पर सर्च करते हैं तो हमें कोई चाहिए होता है जो हमें यह सब कुछ सर्व करके दे. इन्टरनेट में इस काम को सर्वर के द्वारा किया जाता है. सर्वर हाई क्वालिटी के कंप्यूटर होते हैं.

Server बहुत ही हाई पॉवर के कंप्यूटर होते हैं. और उन कंप्यूटर में ऐसे सॉफ्टवेयर इनस्टॉल कर दिए जाते हैं जो क्लाइंट को सर्विस प्रोवाइड करवाते हैं, इन्ही हाई पॉवर के कंप्यूटर को सर्वर कहा जाता है.

सर्वर कैसे काम करता है?

अब आप समझ गए होंगे कि सर्वर क्या है, चलिए अब जानते हैं यह काम कैसे करता है. 

जब भी आप Google, YouTube या किसी अन्य सर्च इंजन में कुछ भी क्वेरी सर्च करते हैं तो सर्वर सेकेण्ड के अन्दर आपके द्वारा सर्च की जाने वाली क्वेरी से सम्बंधित जानकारी को आपके सामने लाकर दे देता है. सर्वर के काम करने की प्रणाली इस प्रकार रहती है –

जब आपने Query को सर्च किया तो सर्वर आपकी रिक्वेस्ट लेकर अपने डाटा सेंटर में जाते हैं. फिर वहां से आपकी क्वेरी से सम्बंधित जानकारी लाकर आपको दिखाते हैं. सर्वर आपके द्वारा सर्च किए गए शब्दों के अनुसार ही प्रासंगिक इनफार्मेशन आपको देता है.

जैसे आप YouTube में कोई विडियो देखते हैं तो वह विडियो You – Tube के डाटा सेंटर में स्टोर रहता है और जब आप उस विडियो को सर्च करते हैं तो You – Tube का सर्वर हमें वह विडियो अपने डेटा सेंटर से लाकर देता है.

इसी प्रकार फेसबुक पर हमारे द्वारा कई साल पहले पोस्ट किये गए फोटो भी हमें दिखाई देती है. हमारी वह फोटो फेसबुक के डाटा सेंटर में सेव रहती है और जब हम उसे देखने के लिए फोटो पर क्लिक करते हैं तो फेसबुक का सर्वर हमें वह फोटो दिखता हैं.

सर्वर डाउन क्यों होता है?

आपने किसी बैंक या सरकारी वेबसाइट पर देखा होगा या सुना होगा कि आज सर्वर डाउन है. तो अब सवाल यह आता है कि सर्वर डाउन क्या होता है, और यह डाउन क्यों होता है.

ऊपर मैंने एक होटल के उदाहरण के द्वारा आपको समझाया है, अब मान लीजिये एकाएक उस होटल में हजारो की संख्या में लोग आ गए हैं. तो अब क्योकि वहां काम करने वाले स्टाफ की संख्या तो फिक्स है, तो अधिक लोग आने से वहाँ के काम करने की व्यवस्था चरमरा जाएगी. आर्डर की सर्विस करने में बहुत समय लगेगा.

ठीक इसी प्रकार इन्टरनेट की दुनिया में भी होता है, इन्टरनेट की दुनिया में भी सभी सर्वर की एक निश्चित कैपेसिटी रहती है कि वह कितना ट्रैफिक हैंडल कर सकता है. मतलब कि एक समय में उस वेबसाइट के कितने लोग आ सकते हैं.

जब एकाएक उस वेबसाइट में मिलियन में ट्राफिक आ जाता है, या कहे उस वेबसाइट के सर्वर की कैपेसिटी से अधिक ट्रैफिक उस वेबसाइट में आ जाता है तो सर्वर में लोड पड़ जाता है. सर्वर में लोड पड़ने की वजह से या तो साईट खुलने में बहुत अधिक समय लगता है या सर्वर फेल हो जाता है. सर्वर के फेल होने को ही हम सर्वर डाउन कहते हैं.

सर्वर के प्रकार

सर्वर कई प्रकार के होते हैं लेकिन मैं कुछ महत्वपूर्ण सर्वर की जानकारी आपको दूंगा.

1 – वेब सर्वर (Web Server)

इन्टरनेट में मौजूद जितनी भी वेबसाइट है उन सभी के डाटा को सर्विस करने का काम वेब सर्वर करता है. जब भी कोई यूजर अपने ब्राउज़र में कुछ Query सर्च करता है तो वेब सर्वर उसकी request को लेकर अपने डेटा सेंटर में जाता है और उस वेबसाइट का डेटा यूजर के ब्राउज़र में सर्व करता है.

2 – मेल सर्वर (Mail Server)

हम जितनी भी Email करते हैं उन सभी की सर्विस करने का काम Mail Server करता है.

3 – ऑडियो / विडियो सर्वर (Audio / Video Server)

Audio / Video सर्वर वह सर्वर होते है जो इन्टरनेट में मौजूद सभी ऑडियो और विडियो फाइल को सर्व करते हैं.

4 – फाइल सर्वर (File Server)

इस सर्वर का उपयोग फाइलों को एक स्थान से दुसरे स्थान में सर्व करने के लिए किया जाता है.

5 – चैट सर्वर (Chat Server)

ऑनलाइन दुनिया में हम जितनी भी Chat करते है उन सभी को सर्व करने का काम चैट सर्वर का होता है. Chat server की मदद से हम आज इतनी ज्यादा बातें बहुत आसानी से कर पा रहे हैं.

6 – FTP सर्वर (File Transfer Protocol)

यह एक बहुत ही पुराना सर्वर है. इन्टरनेट में फाइलों के सुरक्षित आदान – प्रदान के लिए FTP सर्वर का उपयोग किया जाता है.

7 – प्रॉक्सी सर्वर (Proxy Server)

यह एक इंटरमीडिएट सर्वर होता है. यह यूजर की request को Indirect तरीके से इंटरनेट तक पहुंचता है और वहां से जानकारी लेकर यूजर तक पहुचांता है.

जब भी कोई यूजर इन्टरनेट पर कुछ सर्च करता है तो इन्टरनेट यूजर के IP Address के माध्यम से यह जान लेता है कि यह जानकारी किसे दी जा रही है. अब अगर यूजर प्रॉक्सी सर्वर का प्रयोग करते हो तो प्रॉक्सी सर्वर यूजर की request को लेता है और इन्टरनेट पर जाता है.

यहाँ पर प्रॉक्सी सर्वर इन्टरनेट से यूजर की पहचान छुपा देता है. मतलब यूजर की IP Address, Location को छुपा देता है, और इन्टरनेट से जानकारी लेकर यूजर को देता है. जिससे इन्टरनेट को पता नहीं चल पाता है कि यह जानकारी किसे दी जा रही है. प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग सिक्यूरिटी के लिए किया जाता है.

Dedicated Server और Non- Dedicated Server क्या है

चूँकि सर्वर एक कंप्यूटर ही होता है. आप भी अपने कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करके उसे सर्वर बना सकते हो. अगर आप अपने सर्वर में 24 घंटे ऑनलाइन नहीं रहते हो तो ऐसे सर्वर को non – dedicated server कहते हैं. जैसे स्कूल, ऑफिस में प्रयोग किया जाने वाले सर्वर.

ऐसे सर्वर जो 24 घंटे ऑनलाइन होते है उन सर्वर को डेडिकेटेड सर्वर कहते है. जैसे गूगल, यू – ट्यूब, वेबसाइट के सर्वर. यह बहुत महंगे होते है क्योकि ये बहुत हाई पॉवर के कंप्यूटर होते है. इनका स्टोरेज, RAM, प्रोसेजर सब बहुत हाई क्वालिटी का होता है.

FAQ: सर्वर से जुड़े सामान्य प्रश्न

Q – सर्वर का क्या अर्थ है?

सर्वर ऐसे कंप्यूटर प्रोग्राम या डिवाइस हैं जो दुसरे कंप्यूटर यूजर, जिसे की क्लाइंट भी कहते हैं, को उसके अनुरोधों पर सेवा प्रदान करता है.

Q – सर्वर कितने प्रकार के होते हैं?

सर्वर अलग अलग प्रकार के हो सकते हैं, वेब सर्वर, मेल सर्वर, गेम सर्वर, चैट सर्वर, फाइल सर्वर, प्रॉक्सी सर्वर आदि कुछ प्रमुख सर्वर के उदाहरण है.

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निष्कर्ष,

इस लेख के माध्यम से हमने जाना कि सर्वर क्या है और साथ ही Server के बारे में ढेर सारी जानकारी आपके साथ साझा की जिसे पढने के बाद आप सर्वर को अच्छी तरह समझ गए होंगे. मैंने पूरी कोशिस की है कि आसान भाषा में आपको सर्वर की जानकारी दे सकूँ. उम्मीद करता हूँ कि आपको यह लेख जरुर पसंद आया होगा इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.

लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||

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