SEM Kya Hai? SEM और SEO में अंतर [Search Engine Marketing]

SEM Kya Hai: अगर आपको डिजिटल मार्केटिंग में रूचि है तो आपने कभी ना कभी SEM यानि Search Engine Marketing के बारे में जरुर सुना होगा, पर क्या आप जानते हैं सर्च इंजन मार्केटिंग , SEM कैसे किया जाता है और SEO तथा SEM में क्या अंतर है.

यदि आप SEM के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं तो आप एकदम सही ब्लॉग पर आये हैं, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको SEM के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं SEM क्या है विस्तार से.

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चूँकि डिजिटल मार्केटिंग की तेजी से बदलती दुनिया में, हर पल का महत्व होता है, इसलिए लेख में आगे बढ़ने से पहले मैं आपको PSTNET कार्ड के बारे में बताने जा रहा हूँ जो डिजिटल मार्केटरों को उनकी सुविधा, सुरक्षा और विविध भुगतान विकल्पों के साथ प्रतिस्पर्धात्मक अंश प्रदान करता है.

PSTNET सभी प्रतिष्ठित विज्ञापन प्लेटफ़ॉर्म जैसे Google Ads, TikTok Ads आदि के लिए वर्चुअल कार्ड प्रदान करता है. इसमें किसी प्रकार के छिपे शुल्क और खर्च लिमिट नहीं है. यह सुगम लेन-देन और क्रिप्टो भुगतान की मदद से प्रत्येक विज्ञापन कैंपेन को आसान बना देता है.

SEM क्या है (What is SEM in Hindi)

SEM जिसका पूरा नाम सर्च इंजन मार्केटिंग है, यह डिजिटल मार्केटिंग की एक ऐसी प्रोसेस है जिसमें कोई व्यक्ति या कंपनी अपने वेबसाइट को सर्च इंजन के पहले पेज पर रैंक करवाने के लिए Paid Advertisement चलाते हैं, और कम समय में अपने मार्केटिंग उद्देश्यों को पूरा करते हैं.

SEM के द्वारा अपनी वेबसाइट को रैंक करवाने के लिए आपको सर्च इंजन को पैसे देने होते हैं. SEM Bidding मॉडल या CPC (Cost Per Click) पर काम करता है यानि यूजर के द्वारा आपके विज्ञापन पर किये जाने वाले हर एक क्लिक का सर्च इंजन आपसे पैसा लेता हैं. यह पैसा आपके द्वारा सेलेक्ट किये गए कीवर्ड के आधार पर लिया जाता है.

अगर आप किसी ऐसे कीवर्ड पर विज्ञापन चलाते हैं जिसमें Competition कम है तो आप कम पैसों में अपनी Ad को अधिक लोगों तक पहुंचा सकते हैं. लेकिन आप ऐसे कीवर्ड पर Ad चला रहे हैं जिसमें Already बहुत High Competition है तो आपको अधिक पैसे देने होंगे. कम समय में अपने Targeted ऑडियंस तक पहुँचने के लिए SEM एक बहुत अच्छा जरिया है.

SEM क्यों जरुरी है?

वैसे लेख को यहाँ तक पढने के बाद आपको थोडा बहुत समझ आ गया होगा कि SEM Kya Hai. अब आगे हम SEM की Importance को समझेंगे ताकि हर पाठक SEM को अच्छे से समझ सकें.

जब भी कोई वेबसाइट बनाता है तो उसका पहला मकसद होता है कि सर्च इंजन से ट्रैफिक लाना, और सर्च इंजन से ट्रैफिक लाने के 2 Popular तरीके हैं एक SEO (Search Engine Optimization) और दूसरा SEM (Search Engine Marketing).

SEO में यूजर को किसी भी Query पर जो रिजल्ट दिखते हैं वह Organically दिखते हैं, यानि सर्च इंजन अपने अल्गोरिथम के आधार पर वेबसाइट को सर्च इंजन रिजल्ट पेज में रैंकिंग देते थे. SEO में वेबमास्टर सर्च इंजन को कोई भी पैसा नहीं देते हैं, इसमें सारा ट्रैफिक फ्री में मिलता है. SEO के द्वारा वेबसाइट को रैंक करवाने के लिए 6 महीने या 1 साल का समय लग जाता है.

लेकिन कई Case में ऐसा भी होता है कि वेबमास्टर चाहते हैं उनकी वेबसाइट सर्च इंजन (गूगल) में जल्दी लोगों को किसी Specific कीवर्ड पर दिखने लगे, यहीं पर कांसेप्ट आता है SEM का.

SEM के द्वारा भी आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन के पहले पेज में Top Position में रैंक करवा सकते हैं. लेकिन जैसा कि मैंने ऊपर भी आपको बताया है SEM के लिए आपको सर्च इंजन को Pay करना होता है. SEM में आप जल्दी रिजल्ट प्राप्त कर सकते हैं.

एक उदाहरण से SEM की Importance को समझते हैं, माना आप ऐसे कीवर्ड पर अपनी वेबसाइट को रैंक करवाना चाहते हैं जिसमें बहुत Competition है. कई सारी वेबसाइट SEO Effort के द्वारा उस कीवर्ड पर अपनी वेबसाइट को रैंक करवाना चाहती हैं, तो ऐसे कीवर्ड पर आपको वेबसाइट रैंक करवाने में अधिक समय लग सकता है. इसलिए ऐसी स्थिति में SEM की जरुरत पड़ती है. नीचे इमेज में आप SEM के रिजल्ट देख सकते हैं.

SEM Result on Google

I hope, अब आपको समझ में आ गया होगा कि सर्च इंजन मार्केटिंग क्यों जरुरी है. चलिए अब लेख में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं SEM कैसे करते हैं.

SEM कैसे करते हैं (How to do SEM in Hindi)

SEM के जरिये अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको मार्केट रिसर्च, विज्ञापनों को ऑप्टिमाइज़ तथा टेस्टिंग करनी होती है. एक सही रणनीति पर ही आप SEM के द्वारा अपने मार्केटिंग उद्देश्यों की पूरा कर सकते हैं. SEM करने की बेसिक प्रोसेस निम्नलिखित है.

#1 – उद्देश्य तय करें

सर्च इंजन में Paid Camping run करने के लिए सबसे पहले आप अपने उद्देश्यों को तय करें. आपको स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए कि आपका सर्च इंजन मार्केटिंग करने का उद्देश्य क्या है तभी उसके आधार पर आप अपने Campaign की Success को निर्धारित कर पायेंगे.

सर्च इंजन में पेड ad चलाने के अनेक सारे उद्देश्य हो सकते हैं जैसे अपने ब्रांड की जागरूकता, लीड जनरेट करना, कन्वर्शन प्राप्त करना आदि.

#2 – अपनी ऑडियंस बनायें

उद्देश्य को तय कर लेने के बाद आपको अपनी ऑडियंस बनानी होती है, यानि आपको यह तय कर लेना है कि आपको विज्ञापन किन लोगों को दिखाना है. जैसे उनकी उम्र, लोकेशन, Gender आदि. जब आप सही ऑडियंस को टारगेट करेंगे तो आपको अच्छे परिणाम भी मिलेंगे.

#3 – प्लेटफ़ॉर्म सेलेक्ट करें

Paid विज्ञापन चलाने के लिए किसी प्लेटफ़ॉर्म को सेलेक्ट करें. वैसे देखा जाय तो सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल है जिसके पास सर्च इंजन मार्केट का 92.47 शेयर हैं. इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट के सर्च इंजन बिंग का नंबर आता है जिसके पास 7.61 प्रतिशत शेयर हैं, बाकीं अन्य सर्च इंजन के पास.

आप गूगल या बिंग पर विज्ञापन चला सकते हैं. गूगल पर विज्ञापन चलाने के लिए आपको Google Ads में अपना अकाउंट बनाना पड़ता है और बिंग में विज्ञापन चलाने के लिए Microsoft Ads में अकाउंट बनाना होता है. पर सर्च इंजन पर विज्ञापन चलाने के लिए एक बात का ध्यान रखें कि आपको इन प्लेटफ़ॉर्म पर विज्ञापन चलाना अच्छे से आना चाहिए.

#4 – Ad को ऑप्टिमाइज़ करें

जिस कीवर्ड पर आप एड् चला रहे हैं, उसी same कीवर्ड पर अन्य लोग भी एड् चला रहे होंगें. तब यहाँ पर सर्च इंजन के लिए एक सवाल बनता है कि किसका ad ऊपर दिखाया जाय?

किस एड् को कौन से नंबर पर दिखाना है, इसके लिए सर्च इंजन के पास अलग से पैरामीटर होते हैं, जो कि बहुत जटिल होते हैं. लेकिन किसी भी एड् की रैंकिंग के लिए 2 फैक्टर सबसे महत्वपूर्ण होते हैं.

  • CPC Bid – CPC Bid का मतलब है कि आप एक क्लिक पर कितना रुपया दे सकते हैं.
  • Quality Score – आपकी Ad की quality कैसी है, इसे Check करने के लिए गूगल Ad copy और लैंडिंग पेज को देखता है.

अगर आपकी Bid अमाउंट और एड् का Quality Score दोनों आपके Competitor से ज्यादा है तो इस बात की संभावना अधिक हो जाती है कि आपकी एड् आपके Competitor की ad से पहले दिखेगी.

#5 – सही कीवर्ड का इस्तेमाल करें

सही ऑडियंस तक पहुँचने के लिए आपको अपने प्रोडक्ट से Relevant कीवर्ड का इस्तेमाल करना होता है. कीवर्ड SEM के सबसे महत्वपूर्ण भाग होते हैं, बिना सही कीवर्ड के आप अपने मार्केटिंग Goal को पूरा नहीं कर पायेंगे.

#6 – SEM से प्रॉफिट कमायें

SEM के लिए सही रणनीति बनाने तथा उसे Implement करने के बाद आप अपने मार्केटिंग उद्देश्यों को पूरा करके प्रॉफिट कमा सकते हैं. आप Camping के पूरा हो जाने के बाद ROI (Return of Investment) जरुर Measure करें, इससे आपको आगे आप जो भी Camping बनायेंगे उसमें मदद मिलेगी.

SEM के फायदे (Advantage of SEM in Hindi)

सर्च इंजन मार्केटिंग के अनेक सारे फायदे होते हैं, जिनमें से कुछ के बारे में हमने आपको नीचे बताया है.

  • SEM के द्वारा आप Instant अपनी वेबसाइट को रैंक करवा सकते हैं और रिजल्ट प्राप्त कर सकते हैं.
  • आप अपने अनुसार ऑडियंस को Target कर सकते हैं.
  • आपको तभी भुगतान करना होता है जब कोई यूजर आपकी Ad पर क्लिक करता है.
  • आप सही कीवर्ड को टारगेट करके उन लोगों तक पहुँच सकते हैं जिन्हें आपके प्रोडक्ट में रूचि है.
  • SEM को आप ट्रैक कर सकते हैं. जैसे Google AdWords आपके Camping की पूरी जानकारी आपको देता है.
  • ट्रेडिशनल मार्केटिंग की तुलना में आप बहुत कम बजट में अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग कर सकते हैं.

SEM के नुकसान (Disadvantage of SEM in Hindi)

जिस प्रकार से हर सिक्के के दो पहलु होते हैं उसी प्रकार से SEM के फायदों के साथ – साथ कुछ नुकसान भी हैं. SEM के कुछ नुकसानों के बारे में हमने आपको नीचे बताया है.

  • SEM तभी आपके लिए काम करता है जब आप सर्च इंजन को Payment करते हैं.
  • आज के समय में SEM बहुत लोकप्रिय है इसलिए इसमें Competition भी बहुत है, आपको अच्छे रिजल्ट प्राप्त करने के लिए अपने बजट को बढ़ाना पड़ सकता है.
  • कई बार सर्च इंजन थोड़ी सी गलती के वजह से आपकी Ad Approve नहीं करते हैं, और कभी – कभी अकाउंट भी Disable कर देते हैं.

SEM और SEO में अंतर (Difference Between SEO & SEM in Hindi)

वैसे लेख को यहाँ तक पढने पर आप लगभग SEO और SEM में अंतर समझ गए होंगे. आपको SEO और SEM के बीच में कोई डाउट ना रहें इसके लिए हमने आपको नीचे table के द्वारा इन दोनों में अंतर स्पष्ट रूप से समझाया है.

SEO (Search Engine Optimization)SEM (Search Engine Marketing)
SEO की प्रोसेस बिल्कुल फ्री है, आपको ट्रैफिक लेने के लिए कोई पैसे नहीं देने होते हैं.SEM की प्रोसेस फ्री नहीं है, इसमें आपको ट्रैफिक लेने के लिए पैसे देने होते हैं.
SEO के द्वारा वेबसाइट को रैंक करने में समय लगता है. SEM के द्वारा आप कुछ ही समय में अपनी वेबसाइट को रैंक करवा सकते हैं.
SEO के द्वारा आप अपनी वेबसाइट को लम्बे समय तक रैंक करवा सकते हैं.SEM के द्वारा आप अपनी वेबसाइट को तभी तक रैंक करवा सकते हैं जब आप आप payment करेंगे.
SEO में रिजल्ट Organic होते हैं, SEM में रिजल्ट पेड होते हैं.
एक ब्लॉगर के लिए जो Global कीवर्ड पर काम करता है, उसके लिए SEO बेस्ट है.प्रोडक्ट और सर्विस कीवर्ड के लिए SEM अच्छा है.
SEO से लम्बे समय तक फायदा होता है. SEM में फायदा कम समय के लिए मिलता है.
SEO vs SEM in Hindi

FAQ for SEM in Hindi

Q – SEM का फुल फॉर्म क्या है?

SEM का Full Form Search Engine Marketing होता है. इसे हिंदी में खोज इंजन विपणन भी कहते हैं.

Q – SEM का मतलब क्या है?

SEM का मतलब होता है कि अपनी वेबसाइट के लिए पेड विज्ञापन चलाकर सर्च इंजन रिजल्ट पेज में रैंक करवाना.

Q – SEM में कितने पैसे लगते हैं?

SEM में आपको हर एक ad क्लिक के पैसे देने होते हैं, यह पैसे आपके द्वारा सेलेक्ट किये गए कीवर्ड पर Competition पर निर्भर करते हैं.

Q – क्या ब्लॉगर को SEM करना चाहिए?

अगर आप ऐसे ब्लॉगर हैं जो केवल informative कीवर्ड पर काम करते हैं तो SEM आपके लिए नहीं है. लेकिन यदि आप अपने ब्लॉग में किसी प्रोडक्ट के बारे कंटेंट लिखते हैं तो आप SEM के द्वारा प्रोडक्ट की बिक्री को बढ़ा सकते हैं.

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सारांश: SEM Kya Hai हिंदी में

उम्मीद करता हूँ दोस्तों आपको यह लेख पढने के बाद SEM Kya Hai और SEM कैसे करें के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी. हमने पूरी कोशिस की है इस लेख में आपको Search Engine Marketing के विषय में छोटी से छोटी जानकारी प्रदान करवा सकें.

यदि अभी भी आपके मन में इस आर्टिकल को लेकर किसी प्रकार के डाउट हैं तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं, हम जल्दी ही आपके सवालों का जवाब देने की कोशिस करेंगे.

लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||

Hey Friends, I am Devendra Rawat. I am Blogger|| Hinditechdr.com Blog बनाने का मेरा यही मकसद है कि Hindi Readers को Blogging, SEO, Internet आदि की सटीक जानकारी हिंदी भाषा में प्रदान करा सकूँ. मेरे Blog पर आने के लिए धन्यवाद ||

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