दोस्तों यदि आप एक ब्लॉगर हैं तो आपका सामना कभी ना कभी Plagarism से जरुर हुआ होगा. पर क्या आप जानते हैं Plagarism Kya Hai? Plagarism का मतलब क्या होता है? Plagarism के नुकसान क्या होते हैं? और Plagarism से कैसे बचें?
यदि आप उपरोक्त पूछे गए सवालों का जवाब नहीं जानते हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. इस लेख में हमने आपको प्लेगरिज्म के बारे में कम्पलीट जानकारी दी है. तो चलिए बिना समय गंवाए शुरू करते हैं आज का यह लेख.
YouTube Channel |
Telegram Group |
प्लेगरिज्म का हिंदी मतलब क्या है (Plagarism Meaning in Hindi)
Plagarism का हिंदी में मतलब साहित्य चोरी होता है. जब आप किसी व्यक्ति के द्वारा बनाये गए कंटेंट को बिना उसकी अनुमति लिए अपने ब्लॉग, वेबसाइट पर पब्लिश करते हैं या उस कंटेंट का अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर उपयोग करते हैं तो यह Plagarism कहलाता है.
प्लेगरिज्म क्या है (What is Plagarism)
दूसरों के द्वारा लिखे गए आर्टिकल को या बनाये गए इमेज, विडियो को बिना उसकी परमिशन के अपने फायदे के लिए उपयोग करना Plagarism कहलाता है. प्लेगरिज्म एक प्रकार से डिजिटल चोरी है जिसमें लोग किसी अन्य के विचारों, अनुभवों या ज्ञान को चोरी करके इस्तेमाल करते हैं.
पहले के टाइम में लोग अपने नॉलेज, विचार या अनुभव को दुसरे लोगों तक पहुँचाने के लिए किताबों का सहारा लेते थे, लेकिन चीजों के डिजिटल हो जाने से अब लोग ब्लॉग लिखकर या विडियो के द्वारा अपने ज्ञान को इन्टरनेट की सहायता से दूसरों तक पहुंचाते हैं.
जानकारी का ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म में उपलब्ध होने के कारण कई सारे लोग अपने फायदे के लिए दुसरे लोगों के आर्टिकल, विडियो, इमेज आदि को कॉपी करके अपने ब्लॉग पर पब्लिश कर देते हैं, इसी को Plagarism और हिंदी में साहित्य चोरी कहते हैं.
जो व्यक्ति वास्तविक रूप से कंटेंट बनाता है उस कंटेंट के सारे राइट्स उसी के पास होते हैं, अगर आप बिना उस व्यक्ति की अनुमति के उसके कंटेंट को कॉपी करके अपने ब्लॉग, वेबसाइट या अन्य किसी प्लेटफ़ॉर्म में पब्लिश करते हैं तो यह Plagarism है.
प्लेगरिज्म गैर कानूनी होता है, कंटेंट पर मालिकाना हक़ रखने वाला व्यक्ति अपने कंटेंट को कॉपी करने वाले के खिलाफ एक्शन ले सकता है.
कई सारे नए ब्लॉगर जानकारी के अभाव के कारण दुसरे ब्लॉग से कंटेंट को कॉपी पेस्ट करके अपने ब्लॉग पर पब्लिश कर देते हैं, लेकिन आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आपको गूगल एडसेंस का अप्रूवल भी नहीं मिलता है और ना ही आपकी वेबसाइट रैंक करती है. अगर आप ऑनलाइन फील्ड में सफल होना चाहते हैं तो आपको खुद का कंटेंट बनाना चाहिए.
साहित्य चोरी के प्रकार (Type of Plagarism)
Plagarism मुख्य रूप से तीन प्रकार के हो सकते हैं.
#1. Direct Plagarism (प्रत्यक्ष साहित्य चोरी)
जब कोई व्यक्ति किसी के कंटेंट को हुबहू कॉपी करके अपने ब्लॉग में पब्लिश करता है तो इसे Direct Plagarism कहते हैं.
#2. Mosaic Plagiarism (मोज़ेक साहित्य चोरी)
जब कोई व्यक्ति अलग – अलग वेबसाइटों से कंटेंट के कुछ पैराग्राफ को कॉपी करने अपने ब्लॉग में पब्लिश करता है तो इसे Mosaic Plagiarism कहते हैं.
#3. Accidental Plagiarism (आकस्मिक साहित्य चोरी)
कई बार आप कंटेंट लिख देते हैं और बाद में जब Plagiarism चेक करते हैं तो आपको पता चलता है कि आपने गलती से किसी ऐसी लाइन को लिख दिया है जो इन्टरनेट पर पहले से ही मौजूद है तो इसे Accidental Plagarism कहते हैं. यानि ऐसा Plagiarism जो जानबूझ कर ना लिखा गया हो.
हालाँकि कई टॉपिक ऐसे ही होते हैं जिन पर सभी जगह एक जैसी इनफार्मेशन रहती है जैसे कि कोई फुल फॉर्म, किसी व्यक्ति के द्वारा दी गयी परिभाषा आदि.
प्लेगरिज्म के नुकसान (Disadvantage of Plagiarism)
अगर आप Plagarism Content अपने ब्लॉग में या अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर पब्लिश करते हैं तो इसके आपको काफी सारे नुकसान होते हैं जैसे कि –
- ब्लॉग में Plagarism Content पब्लिश करने से आपके ब्लॉग सर्च इंजन में रैंक नहीं करेंगें क्योंकि गूगल कॉपी कंटेंट को बिल्कुल भी पसंद नहीं करता है.
- प्लेगरिज्म कंटेंट डालने से अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक नहीं आयेगा और आपकी कमाई भी नहीं होगी.
- आपका एडसेंस अकाउंट disable हो सकता है.
- अगर आप YouTube चैनल में किसी दुसरे की विडियो को कॉपी करके अपलोड करते हैं तो आपके चैनल पर स्ट्राइक पड़ सकती है और आपका चैनल हमेशा के लिए डिलीट हो सकता है.
- आपके वेबसाइट की वैल्यू ख़राब होगी, क्योंकि आपकी साईट पर आने वाले विजिटर को कुछ यूनिक पढने को नहीं मिलेगा.
- कंटेट का वास्तविक ओनर आप पर कानूनी कारवाही भी कर सकता है और आपको जुर्माना तथा जेल हो सकती है.
Plagarism से कैसे बचें?
Plagarism से बचने का सबसे आसान तरीका है, अपना खुद का यूनिक कंटेंट बनायें. यूनिक कंटेंट बनाने में आपको मेहनत जरुर मिलेगा लेकिन इससे आपको काफी सारे फायदे भी मिलेंगें.
इसलिए ब्लॉग्गिंग की शुरुवात में सभी ब्लॉगर आपको यही सलाह देते हैं कि जिस विषय में आपको रूचि है उसी विषय में ब्लॉग बनाये. क्योंकि ऐसा करने से आप बहुत आसानी से यूनिक कंटेंट लिख सकते हैं और अपने ब्लॉग से पैसे कमा सकते हैं.
कॉपी पेस्ट आर्टिकल पब्लिश करने से आप ब्लॉग्गिंग में अधिक सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं. यूनिक आर्टिकल लिखने के लिए इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं – यूनिक आर्टिकल कैसे लिखें.
इसके अलावा आप आर्टिकल पब्लिश करने से पूर्व Plagarism Checker Tool की मदद से चेक कर सकते हैं कि आपका लिखा आर्टिकल Plagarism Free है या नहीं.
अगर आप खुद से यूनिक कंटेंट बना रहे हैं और आपको डर है कि कोई अन्य व्यक्ति आपके कंटेंट को कॉपी कर सकता है तो अपने कंटेंट को कॉपी होने से बचाने के लिए आप DMCA की मदद ले सकते हैं. या अपने ब्लॉग में कोडिंग से स्क्रिप्ट लगाकर Right Click Disable कर सकते हैं.
अगर आपका ब्लॉग वर्डप्रेस पर है तो आप Disable Right Click For WP जैसे प्लगइन अपनी वेबसाइट में इनस्टॉल कर सकते हैं.
Plagarism Checker Tool क्या होते हैं?
आपके द्वारा लिखा गया कंटेंट Plagarism Free है या नहीं इस बात की पुष्टि करने के लिए ऑनलाइन अनेक सारे टूल उपलब्ध हैं जिसे कि Plagarism Checker Tool कहते हैं. आप इन टूल की मदद से पता लगा सकते हैं कि आपका कंटेंट यूनिक है या कहीं से कॉपी किया गया है.
आपको इन टूल वेबसाइट को ओपन करना है और फिर अपना कंटेंट यहाँ पर डाल करके Check Plagarism करना है. थोड़ी देर स्कैन करने के बाद यह टूल आपको बता देते हैं कि आपका कंटेंट कितना प्रतिशत यूनिक है और कितना कॉपी किया गया है. साथ ही जहाँ से कंटेंट कॉपी किया है उनकी लिंक भी शेयर कर देते हैं.
जैसे ही आप गूगल पर Plagarism Checker Tool लिखकर सर्च करेंगें तो आपको अनेक सारे टूल मिल जायेंगें. लेकिन सभी टूल सही डेटा बताने में असमर्थ होते हैं. नीचे हमने आपको Plagarism चेक करने के लिए कुछ टूल के बारे में बताया है.
#1. Copyscape – Copyscape प्लेगरिज्म चेक करने के लिए एक बहुत लोकप्रिय टूल है जिसमें आप URL के द्वारा प्लेगरिज्म चेक कर सकते हैं. यह फ्री और पेड दोनों वर्शन में उपलब्ध है. आप फ्री में URL से प्लेगरिज्म चेक कर सकते हैं. यदि आप डॉक्यूमेंट का प्लेगरिज्म चेक करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पेड वर्शन लेना पड़ेगा.
#2. Quetext – Quetext एक बहुत ही बेहतरीन प्रीमियम Plagarism Checker है जो काफी accuracy के साथ प्लेगरिज्म कंटेंट को चेक करता है.
#3. Small SEO Tool – यह एक फ्री Plagarism Checker है जो कि फ्री और प्रीमियम दोनों रूप में उपलब्ध है. इसके फ्री वर्शन में आप एक बार 1000 शब्दों को ही चेक कर सकते हैं.
#4. Dupli Checker – Dupli Checker भी एक अच्छा प्लेगरिज्म चेक करने वाला टूल है जिसके फ्री वर्शन में आप एक बार अधिकतम 1000 शब्दों में प्लेगरिज्म को चेक कर सकते हैं. आप किसी डॉक्यूमेंट को अपलोड करके उसका भी प्लेगरिज्म चेक कर सकते हैं.
#5. Plagarismdetector.net – यह फ्री में प्लेगरिज्म चेक करने के लिए एक बेस्ट टूल है जो काफी accuracy के साथ Plagarism Check करता है. फ्री वर्शन में आप एक बार में 1000 शब्दों में प्लेगरिज्म को चेक कर सकते हैं.
यह लेख भी पढ़ें –
- ब्लॉग्गिंग के फायदे
- ब्लॉग पर ट्रैफिक कैसे बढायें
- ब्लॉग को रैंक कैसे करें
- ब्लॉग्गिंग गलतियाँ जो आपको नहीं करनी चाहिए
- अपने ब्लॉग का नाम क्या रखें
- ब्लॉग किस टॉपिक पर बनायें
- 35+ Blogging tips हिंदी में
अंतिम शब्द: Plagarism Kya Hai
तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको Plagarism Kya Hai, Plagarism के नुकसान और Plagarism Checker Tool के बारे में पूरी जानकारी दी है. हमें पूरी उम्मीद है कि इस आर्टिकल से आप Plagarism को अच्छे से समझ गए होंगें.
यदि आप भी कंटेंट बनाते हैं तो तो उसे पब्लिश करने से पहले एक बार जरुर चेक कर लीजिये कि क्या आपका कंटेंट यूनिक है.
इस लेख में इतना ही, उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा. यदि अभी भी आपके मन में Plagarism को लेकर कोई सवाल हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं. हम जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देंगें.
इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और इसी प्रकार के उपयोगी लेख पढने के लिए हमारे ब्लॉग को विजिट करें.
लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||