अगर आप Blogging करते हैं या फिर आपको डिजिटल मार्केटिंग में रूचि है तो आपने कभी ना कभी Pillar Post के बारे में जरुर सुना होगा, पर क्या आप जानते हैं Pillar Post Kya Hai, पिलर पोस्ट कैसे बनायें और पिलर पोस्ट बनाने के क्या फायदे होते हैं.
यदि आप Pillar Post के बारे में उपरोक्त इनफार्मेशन नहीं जानते हैं तो आप एकदम सही आर्टिकल पर हैं, इस आर्टिकल के द्वारा मैं आपको पिलर पोस्ट के बारे में पूरी जानकारी देने के प्रयास करूंगा.
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पिलर पोस्ट कंटेंट मार्केटिंग में इस्तेमाल होने वाली एक बहुत महत्वपूर्ण टर्म है, लेकिन इन्टरनेट पर हिंदी भाषा में इसके बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है इसलिए मैंने सोचा क्यों ना आपको पिलर पोस्ट के बारे में पूरी जानकारी दे दूँ.
Pillar Post के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं पिलर पोस्ट क्या होता है.
पिलर पोस्ट क्या है (What is Pillar Post in Hindi)
किसी Blog में एक ऐसी ब्लॉग पोस्ट जो ब्लॉग के अनेक सारे पोस्ट को सपोर्ट करता है या कहें तो जिसमें पोस्ट से सम्बंधित सभी टॉपिक कवर रहते हैं उसे पिलर पोस्ट कहते हैं. एक सामान्य ब्लॉग पोस्ट की तुलना में पिलर पोस्ट Lengthy होता है और यह लम्बे समय तक सर्च इंजन में रैंक करते हैं.
पिलर पोस्ट बहुत ही उपयोगी पोस्ट होती है जो बहुत अच्छी प्रकार से लिखी जाती है, यूजर को एक्शन लेने के लिए प्रेरित करती है और सामान्य पोस्ट की तुलना में अधिक engaging होती है. पिलर पोस्ट को Pillar Page या Pillar Content भी कहा जाता है.
Pillar Post दो शब्दों से मिलकर बना है Pillar + Post. इसमें पिलर का मतलब स्तम्भ से होता है और पोस्ट का मतलब ब्लॉग पोस्ट से है. पिलर पोस्ट ब्लॉग का मुख्य पोस्ट होता है, जिसमें एक टॉपिक के सारे पार्ट कवर रहते हैं.
पिलर पोस्ट का उदाहरण (Pillar Post Example)
अगर आपको अभी भी पिलर पोस्ट समझ में नहीं आया तो एक उदाहरण के द्वारा पिलर पोस्ट को और अच्छे से समझते हैं.
माना आपका ब्लॉग कंप्यूटर पर आधारित है तो आप “कंप्यूटर क्या है” कीवर्ड पर एक Lengthy कंटेंट लिखते हैं, जिसमें आपने कंप्यूटर के प्रकार, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर आदि सब के विषय में जानकारी दी है.
इसके बाद आप कंप्यूटर के प्रकार, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर आदि सभी पर भी आर्टिकल लिखते हैं. तो यहाँ पर कंप्यूटर क्या है एक पिलर पोस्ट है और बाकी अन्य सामान्य पोस्ट हैं. आप सभी पोस्ट को आपस में लिंक कर सकते हैं कर सकते हैं और अपने ब्लॉग की रैंकिंग बढ़ा सकते हैं. पिलर पोस्ट को आप मंदिरों के पिलर की तरह समझ सकते हैं जो पूरे मंदिर को Hold किये रहते हैं.
पिलर पोस्ट के फायदे (Advantage of Pillar Post)
पिलर पोस्ट के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं –
- पाठक को किसी टॉपिक के बारे में सम्पूर्ण और विस्तृत जानकारी एक ही ब्लॉग पोस्ट में मिल जाती है.
- पिलर पोस्ट अधिक engaging होती है जो यूजर को एक्शन लेने के लिए प्रेरित करती है.
- यूजर सामान्य पोस्ट की तुलना में पिलर पोस्ट को अधिक शेयर करते हैं क्योंकि इसमें Detail इनफार्मेशन रहती है.
- पिलर पोस्ट एक Lengthy कंटेंट होता है, इसकी वजह से यूजर आपकी वेबसाइट पर अधिक समय बितायेंगे और इसका फायदा आपको रैंकिंग में मिलेगा.
- Bounce Rate को कम करने में भी पिलर पोस्ट मददगार होती है. क्योंकि पिलर पोस्ट से अन्य पोस्ट लिंक रहते हैं, तो इससे यूजर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आपके लिंक पोस्ट को पढ़ सकते हैं.
- पिलर पोस्ट की Value हमेशा बनी रहती है, यह लम्बे समय तक सर्च इंजन में अच्छा परफॉर्म करते हैं.
- पिलर पोस्ट सर्च इंजन रिजल्ट पेज में अच्छी पोजीशन पर रैंक करते हैं, और ब्लॉग पर अधिक ट्रैफिक लेकर आते हैं.
पिलर पोस्ट कैसे बनायें
लेख को यहाँ तक पढने पर आपको समझ में आ गया होगा कि Pillar Post Kya Hai, चलिए अब जानते हैं आप कैसे पिलर पोस्ट बना सकते हैं. पिलर पोस्ट बनाने की पूरी प्रोसेस हमने आपको नीचे स्टेप वाइज बताई है.
#1 – सही टॉपिक को चुनें
जैसे कि हमने अभी तक जाना पिलर पोस्ट एक भी टॉपिक पर आधारित होती है जिसके अन्दर उस पोस्ट से सम्बंधित सभी टॉपिक के बारे में जानकारी होती है. इसलिए पिलर पोस्ट लिखने से पहले आपको एक सही टॉपिक का चुनाव करना बहुत जरुरी है.
पिलर पोस्ट के लिए सही टॉपिक चुनने के लिए आपको अपने ब्लॉग के विजिटर को समझना होगा, यानि आपके विजिटर किस प्रकार के पोस्ट पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं, वे इन्टरनेट पर किस प्रकार की चीजों के बारे में ज्यादा सर्च करते हैं, उनकी उम्र, Gender क्या है आदि. यह सब इनफार्मेशन प्राप्त करने के लिए आप Google Analytics जैसे टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं.
किसी भी बिज़नस में वह व्यक्ति ज्यादा प्रगति करता है जो अपने ऑडियंस को अच्छे से समझता है.
#2 – कीवर्ड रिसर्च करें
पिलर पोस्ट के लिए टॉपिक का चुनाव करने के बाद आपको उस टॉपिक के लिए बेहतर तरीके से कीवर्ड रिसर्च करनी होती है जिससे कि उस टॉपिक से सम्बंधित कोई भी इनफार्मेशन रह ना जाये.
अगर आपके पास अभी पेड कीवर्ड रिसर्च टूल खरीदने के लिए बजट नहीं है तो आप ऑनलाइन फ्री कीवर्ड रिसर्च टूल के द्वारा कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं. पिलर कंटेंट के लिए कीवर्ड रिसर्च करने के लिए सबसे बेस्ट टूल Google Auto Suggestion और Related Searches हैं.
#3 – सब-टॉपिक का चुनाव करें
एक पिलर पोस्ट को बनाने में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं सब-टॉपिक. बिना सब-टॉपिक के पिलर पोस्ट नहीं बन सकती है. जैसे हमने ऊपर कंप्यूटर वाले उदाहरण में आपको बताया कि “कंप्यूटर क्या है” पर एक पिलर पोस्ट बनाने के लिए आपको कंप्यूटर के प्रकार, भाग आदि के विषय में भी जानकारी देनी होगी. यह सभी Sub Topic हैं. आप कोशिस करें कि अधिक से अधिक सब-टॉपिक को अपने पिलर पोस्ट में जोड़ सकें.
#4 – एक बेहतरीन आर्टिकल लिखें
अब आपके पास कीवर्ड की लिस्ट भी है और सब-टॉपिक भी हैं तो इसके बाद आपको एक बेहतरीन आर्टिकल लिखना है. आप आर्टिकल को स्टेप वाइज लिखें जिससे कि पढने वाले को एक सही Roadmap मिल सके.
पिलर पोस्ट लिखने का मुख्य मकसद यह होता है कि पाठक को टॉपिक पर स्टेप वाइज कम्पलीट इनफार्मेशन देना, जिससे पाठक उस टॉपिक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सके.
सर्च इंजन में बेहतर रैंकिंग पाने के लिए आप सब-टॉपिक पर भी आर्टिकल लिखें और सभी आर्टिकल में पिलर पोस्ट को लिंक करें. इसके साथ ही आप पिलर पोस्ट को नियमित रूप से अपडेट करते रहें.
तो इस प्रकार से आप एक पिलर पोस्ट बना सकते हैं और पाठक को वह सब जानकारी दे सकते हैं जिसे वह खोज सकता है. पिलर पोस्ट के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं, इन पोस्ट को पढ़कर आपको पिलर पोस्ट बनाने का एक आईडिया मिल जायेगा.
- ब्लॉग कैसे बनायें
- SEO क्या है और कैसे करें
- Technical SEO क्या है
- एफिलिएट मार्केटिंग कैसे करें
- डिजिटल मार्केटिंग क्या है
- ई-मेल मार्केटिंग क्या है
- ब्लॉग कैसे लिखें
FAQ For Pillar Post in Hindi
Q – एक ब्लॉग में कितने पिलर पोस्ट लिख सकते हैं?
आप अपने ब्लॉग केटेगरी के आधार पर अनलिमिटेड पिलर पोस्ट ब्लॉग में लिख सकते हैं.
Q – पिलर पोस्ट कितने शब्दों का होता है?
पिलर पोस्ट सामान्य ब्लॉग पोस्ट की तुलना में अधिक Lengthy होता है. वैसे पिलर पोस्ट में शब्दों की संख्या टॉपिक पर निर्भर करती है, लेकिन फिर भी पिलर पोस्ट 3000 शब्दों से लेकर 5000 या इससे अधिक शब्दों के होते हैं.
अंतिम शब्द: Pillar Post Kya Hai हिंदी में
अगर आपने इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ा है तो आप समझ गए होंगे कि Pillar Post Kya Hai और आप अपने ब्लॉग के लिए पिलर पोस्ट कैसे बना सकते हैं. इसके साथ ही हमने आपको इस लेख में पिलर पोस्ट के फायदों के बारे में जानकारी दी है. अपने ब्लॉग पर अच्छा ट्रैफिक लेने के लिए आप कुछ Pillar Post भी जरुर लिखें.
तो दोस्तों इस लेख में इतना ही उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी यह जानकारी जरुर पसंद आई होगी, अगर आपको इस लेख से कुछ सीखने को मिला है तो यह जानकारी सोशल मीडिया के द्वारा अपने अन्य दोस्तों के साथ भी शेयर जरुर करें.
लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||
Nice and correct information about piller post thnx for giving a great information
Thank You
Mai kafi samay se khoj raha tha bhai ki pillar post kaise likha jata hai apne bahut ache tarike se step by step samjhaya iske liye apko dhanyawad. 3000 word likhana aur apas me jodna kafi challanging hai par blog ko rank karne aur google ko pasand aye yese topic par jarur kam karunga bhai. Thank you
आभार आपका
Nice information with easy language 👍