On Page SEO क्या है, On Page SEO कैसे करें 20 स्टेप में

जब भी हम कोई ब्लॉग बनाते हैं तो हमारा मकसद होता है कि गूगल या अन्य सर्च इंजन के टॉप पेज में रैंक करना, जिसके लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है On Page SEO. हमें अपने आर्टिकल का On Page SEO अच्छे तरीके से करना होता है, तभी जाकर हमारा ब्लॉग कुछ समय बाद गूगल के पहले पेज में रैंक कर पाता है.

On Page SEO 99 % हमारे हाथ में होता है, हम जितने अच्छे तरीके से अपने ब्लॉग का On Page SEO करेंगे उतनी ही ब्लॉग की रैंक करने की संभावना बढ़ जाती है. इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको बताएँगे कि On Page SEO क्या है और On Page SEO Kaise Kare. मुझे पूरी उम्मीद है इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको किसी दूसरे आर्टिकल पर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी.

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तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और सबसे पहले जानते हैं On Page SEO क्या है.

On Page SEO क्या है

अपने ब्लॉग को सर्च इंजन के पहले पेज में रैंक करवाने के लिए हम अपने ब्लॉग या वेबसाइट के ऊपर जो भी कार्य करते हैं उसे On Page SEO कहते हैं. On Page SEO के अंतर्गत कंटेंट, मेटा टैग, कीवर्ड इत्यादि फैक्टर आते हैं.

किसी भी ब्लॉग को सर्च इंजन में रैंक करवाने के लिए On Page SEO सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर होता है, इसलिए SEO Expert भी On Page SEO पर अधिक ध्यान देने की सलाह देते हैं. On Page SEO को On Site SEO भी कहा जाता है.

On Page SEO Kaise Kare हिंदी में

On Page SEO Checklist

चलिए अब जानते हैं On Page SEO Kaise Kare. बिना On Page SEO के आप एक क्वालिटी कंटेंट को भी सर्च इंजन में रैंक नहीं करवा सकते हैं, यह हर ब्लॉग और वेबसाइट पर ऑर्गनिक ट्रैफिक लाने का सबसे सफल तरीका है. On Page SEO की पूरी Checklist मैंने आगे स्टेप वाइज आपको बताई है.

वैसे Google के Algorithm में बदलाव होते रहते है, जिसके कारण SEO की Technique में भी बदलाव होते रहते है. इसलिए इस आर्टिकल में हम उन फैक्टर पर बात करेंगे जो गूगल के सर्च इंजन में Constant रहती है. मतलब On Page SEO के ऐसे फैक्टर और Tricks जो पहले से चली आ रही है और आज भी काम करती हैं.

#1 – आर्टिकल लिखने से पहले कीवर्ड रिसर्च करें

दोस्तों आर्टिकल लिखने से पहले हमेशा अच्छे से Keyword Research करना बहुत जरुरी होता है. क्योंकि एक सही कीवर्ड के द्वारा ही ब्लॉग जल्दी रैंक करता है. आप जिस भी विषय पर आर्टिकल लिख रहे हैं उसके लिए पहले एक ऐसा कीवर्ड ढूढ़ना जरुरी है, जिसे अधिक सर्च किया जाता है, और उस पर Competition भी कम हो.

कीवर्ड Short Tale भी होते है और Long Tale भी, और दोनों प्रकार के कीवर्ड सर्च इंजन पर रैंक करते है. अगर आप ब्लॉग्गिंग और SEO के फील्ड में नए हैं या आपने अभी अभी कोई ब्लॉग शुरू किया है तो आपको हमेशा Long Tale और Low Competition कीवर्ड पर ही काम करना चाहिए तभी आप Blogging में जल्दी सफलता प्राप्त कर सकते हैं

चलिए Short Tale और Long Tale कीवर्ड को भी एक नजर में समझ लेते हैं.

  • Short Tale Keyword ऐसे कीवर्ड होते हैं जिसमें 1 से 3 शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है.
  • Long Tale Keyword वे Keyword होते हैं जिसमें 3 से अधिक शब्दों का प्रयोग होता है.

जब हम आर्टिकल लिखते हैं उसमें भी दो प्रकार के कीवर्ड का इस्तेमाल करते हैं – Primary Keyword और Secondary Keyword.

  • Primary Keyword –  जो हमारे आर्टिकल का प्रमुख कीवर्ड होता है उसे प्राइमरी कीवर्ड कहते हैं. प्राइमरी कीवर्ड को फोकस कीवर्ड भी कहते हैं. प्राइमरी कीवर्ड पुरे आर्टिकल में हमेशा एक ही होता है. जैसे यह आर्टिकल मैं On Page SEO पर लिख रहा हुँ. तो मेरा Primary कीवर्ड है On Page SEO Kaise Kare. यह एक Long Tale कीवर्ड है.
  • Secondary Keyword – जब भी हम कीवर्ड रिसर्च करते हैं तो प्राइमरी कीवर्ड के अलावा अन्य कीवर्ड भी Find करते हैं, इन्हें Secondary कीवर्ड या LSI Keyword कहते हैं.

#2 – Quality Content लिखें

कीवर्ड रिसर्च करने के बाद अगला स्टेप आता है Quality Content लिखना. एक क्वालिटी कंटेंट ऐसा कंटेंट होता है जो यूजर की Query का संतोषपूर्ण जवाब दे सके. आप कंटेंट को आसान शब्दों में लिखें और कुछ नयी और रोचक इनफार्मेशन Add करके आर्टिकल को यूनिक बनायें. यूनिक आर्टिकल सर्च इंजन में अच्छा Perform करते हैं.

गूगल एक High Quality कंटेंट, जिस पर यूजर अधिक देर तक रुकते हैं, को प्राथमिकता देता है. हाई क्वालिटी कंटेंट लिखने के लिए आप कंटेंट रिसर्च में अपना अधिक समय लगायें. और एक बात हमेशा याद रखें कि “Content is King” कंटेंट ही राजा / रानी है.

#3 – Unique Article लिखें 

गूगल में कोई ब्लॉग पोस्ट तभी जल्दी रैंक कर पाता है जब उसका कंटेंट यूनिक होता है, अगर आप किसी दुसरे के वेबसाइट से कॉपी – पेस्ट करके आर्टिकल लिखते है तो आपके ब्लॉग की गूगल में रैंक करने की संभावना कम हो जाती है और साथ में आपको Punishment भी झेलनी पड़ सकती है.

कॉपी – पेस्ट कंटेंट ब्लॉग में पब्लिश करने से गूगल वेबसाइट को Deindex भी कर सकता है. इसलिए हमेशा कोशिश यही करनी चाहिए कि Unique Article लिखें.

वैसे आपको गूगल पर बहुत सारे टूल मिल जायेंगे जो बता देंगे कि आपका आर्टिकल यूनिक है या नहीं. आपको गूगल पर Type करना है – Free Plagiarism Checker, यहाँ आपको बहुत सारे फ्री टूल मिल जायेंगे. हालांकि इन Tools पर आँख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए. लेकिन अगर आपको अपने आर्टिकल में कॉपीराइट का संदेह है तो आप इन Plagiarism Tool का इस्तेमाल कर सकते हैं.

#4 – Article Length पर ध्यान दें

आपको हमेशा कोशिस करनी चाहिए कि आपका आर्टिकल कम से कम 1500 से 2000 शब्दों का हो, क्योंकि जिन आर्टिकल की लम्बाई अधिक होती है उनके गूगल में रैंक करने के चांस बढ़ जाते हैं. लेकिन आर्टिकल को बिना मतलब के लंबा बनाने की कोशिस ना करें, टॉपिक के अनुसार ही आर्टिकल की Length रखें.

जब भी आप Article लिखें तो कोशिस करें कि पूरी जानकारी दें और अधिक से अधिक Topic Cover करें, ऐसा करने से आपके पास लिखने के लिए बहुत कुछ होगा.

#5 – Title को Optimize करें

टाइटल On Page SEO में एक बहुत महत्वपूर्ण फैक्टर है. टाइटल सर्च इंजन रिजल्ट पेज में यूजर को दिखाई देता है और यह CTR को भी बढाता है. अगर आप ब्लॉग टाइटल को ऑप्टिमाइज़ करने में गलती करते हैं तो आपके आर्टिकल पर पहले पेज में रैंक करने के बावजूद भी क्लिक नहीं आयेंगे.

टाइटल में आप फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं, और कोशिस करें कि कीवर्ड को आर्टिकल के शुरुवात में लिखें. आपको टाइटल अधिकतम 20 से 30 शब्दों का लिखना चाहिए तभी यह सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर पूरा दिखाई देगा. आप इससे कम शब्दों में भी टाइटल लिख सकते है.

#6 – हैडिंग टैग का इस्तेमाल करें

एक ब्लॉग पोस्ट में विभिन्न टॉपिक को Separate करने के लिए हैडिंग टैग का इस्तेमाल किया जाता है. हैडिंग टैग SEO में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. यह एक HTML element होते हैं जिनके द्वारा सर्च इंजन क्रॉलर ब्लॉग पोस्ट में विभिन्न हैडिंग की पहचान करके वेबपेज को क्रॉल करता है.

अगर आप अपने हैडिंग में H1, H2, H3, आदि टैग का इस्तेमाल नहीं करते हैं, और इनके स्थान पर हैडिंग की Formatting करते हैं, तो कोई यूजर आसानी से पढ़ लेगा कि आपके ब्लॉग पोस्ट की मुख्य हैडिंग क्या है, और बाकी की हैडिंग क्या है.

लेकिन जो क्रॉलर होते है वह समझ नहीं पायेंगे कि आपका वेबपेज कहाँ से शुरु है, कौन से पैराग्राफ हैं, हैडिंग क्या है और इसका नतीजा यह होगा कि वह पूरे ब्लॉग पोस्ट को एक पैराग्राफ समझकर क्रॉल कर लेगा जिससे आपके कीवर्ड पर वेबपेज रैंक नहीं कर पायेगा. इसलिए क्रॉलर को समझाने के लिए हैडिंग टैग बहुत महत्वपूर्ण हैं.

सभी हैडिंग टैग में H1 टैग सबसे महत्वपूर्ण होता है, आप पूरे ब्लॉग पोस्ट में केवल एक ही H1 टैग का इस्तेमाल करें. आप H1 टैग में फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं.

#7 – Meta Description का प्रयोग करें

Meta Description पूरे ब्लॉग पोस्ट की एक Summary होती है, जिसके द्वारा आप सर्च इंजन और यूजर को बताते हैं कि आपके आर्टिकल में क्या – क्या इनफार्मेशन है. टाइटल की भांति ही मेटा डिस्क्रिप्शन सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERP) में Show होता है. आप 3 – 4 कीवर्ड को मिलाकर भी मेटा डिस्क्रिप्शन लिख सकते हैं.

आपको यहाँ पर एक बात का भी ध्यान रखना है कि अधिकतम 150 शब्दों का ही डिस्क्रिप्शन लिखें क्योंकि SERP में डिस्क्रिप्शन के लगभग 150 शब्द ही दिखाई देते हैं. आप डिस्क्रिप्शन की शुरुवात में फोकस कीवर्ड को लिख सकते हैं.

वैसे यह जरुरी नहीं होता है कि जो मेटा डिस्क्रिप्शन आप लिखेंगे वही SERP पर Show होगा, गूगल आपके आर्टिकल में से यूजर की Query के Relevant डिस्क्रिप्शन SERP पर दिखा सकता है.

#8 – SEO Friendly URL बनायें

ब्लॉग पोस्ट का ऐसा URL जो सर्च इंजन तथा यूजर दोनों के Point of View से कस्टमाइज रहता है उसे SEO Friendly URL कहा जाता है. URL को Permalink भी कहा जाता है. ब्लॉग पोस्ट का URL ऐसा होना चाहिए जिसे देखकर यूजर और क्रॉलर को स्पष्ट रूप से समझ आ सके कि ब्लॉग पोस्ट किस बारे में लिखी गयी है.

जैसे मेरे इस ब्लॉग पोस्ट का URL है https://hinditechdr.com/on-page-seo-kaise-kare इस URL को देखकर ही आपको स्पष्ट हो रहा होगा कि इस पोस्ट में On Page SEO करने के तरीकों के बारे में बताया गया है.

SEO फ्रेंडली URL बनाने के कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं –

  • फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल करें.
  • Special Character (#,$,&,% etc.) का इस्तेमाल URL में ना करें.
  • दो शब्दों को Separate करने के लिए (-) चिन्ह का इस्तेमाल करें.
  • URL छोटा रखने की कोशिस करें.
  • English या Hinglish में ही URL लिखें.
  • URL में अंग्रेजी के छोटे शब्दों का इस्तेमाल करें.

#9 – इमेज SEO करें

अपने ब्लॉग पोस्ट में कम से कम एक इमेज का इस्तेमाल जरुर करें और साथ में इमेज का SEO करना भी जरुरी होता हैं. क्योंकि अनेक सारे यूजर इंटरनेट पर इमेज देखना भी पसंद करते है.

अगर आपने Image SEO किया है तो आपके ब्लॉग की इमेज SERP के इमेज सेक्शन में टॉप पर आ सकती है, इससे यूजर इमेज पर क्लिक करके आपके ब्लॉग तक पहुँच सकते हैं. Image SEO करने के लिए आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं –

  • हमेशा कॉपीराइट फ्री इमेज का प्रयोग करें. इंटरनेट पर बहुत सारी ऐसी वेबसाइट हैं जो बिल्कुल फ्री में कॉपीराइट इमेज प्रदान करवा देती हैं. जैसे – PixabayUnsplash आदि.
  • इमेज का नाम Change करें, और इमेज के अनुसारया फिर अपने फोकस कीवर्ड के अनुसार इमेज का फाइल नाम बनायें.
  • इमेज में Alt Text का इस्तेमाल करें, Alt Text में इमेज के Relevant टेक्स्ट का इस्तेमाल करें.

#10 – Internal Link करें

Internal Link को Inbound Link भी कहा जाता है. SEO में Internal linking बहुत महत्वपूर्ण होता है, अगर आप सही Strategy से इंटरनल लिंकिंग करते हैं तो यूजर आपके वेबसाइट में ज्यादा समय तक रहते हैं, जिससे आपका Bounce Rate मेन्टेन रहता है, पेज व्यू बढ़ता है और साथ में ही इंटरनल लिंकिंग से Link Juice भी पास होता है, जिससे आपके ब्लॉग की अथॉरिटी बढती है.

#11 – External Link करें

External Link या Outbound Link का इस्तेमाल ब्लॉग में तभी करना चाहिए जब जरुरत हो. अक्सर एक्सटर्नल लिंक का इस्तेमाल ब्लॉग पोस्ट में किसी बात की पुष्टि के लिए किया जाता है.

जैसे आपने कई सारे ब्लॉग में देखा होगा कि आर्टिकल में लिखा होता है “विकिपीडिया के अनुसार” तो यहाँ पर विकिपीडिया के सम्बंधित पोस्ट को लिंक किया जाता है बात की पुष्टि करने के लिए. Google Link Spam Update के बाद एक्सटर्नल लिंक का इस्तेमाल करने में आपको सावधानी बरतनी चाहिए. आप ऐसी ही वेबसाइट को एक्सटर्नल लिंक करें जिसकी इनफार्मेशन भरोसेमंद है.

एक्सटर्नल लिंक करते समय आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं –

  • Affiliate Link और सभी Paid Link (यानि जिस लिंक को देने के बदले आपने पैसे लिए) को Sponsor करें.
  • Untrusted वेबसाइट के लिंक को No follow करें.
  • Spamy वेबसाइट को लिंक ना करें.
  • High Authority वेबसाइट को ही लिंक करें.

#12 – Schema Data का इस्तेमाल करें

Schema Markup या Structure Data ब्लॉग या वेबपेज का एक माइक्रो डेटा होता है, जो ऐसे Language में होता है जिसे सर्च इंजन क्रॉलर समझ सकते हैं. स्कीमा मार्कअप के द्वारा आप अपने वेबपेज के बारे में सर्च इंजन क्रॉलर को बेहतर तरीके से समझा सकते हैं.

स्कीमा डेटा का इस्तेमाल करने से आपके वेबपेज की Rich Snippet में आने की संभावना बढ़ जाती है. Rich Snippet SERP में एक ऐसा स्थान होता है जिसे सर्च इंजन बहुत यूनिक तरीके से दिखाते हैं, जिससे CTR Increase होता है.

#13 – वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनायें

आज के समय में लगभग 60 से 70 प्रतिशत यूजर मोबाइल के द्वारा ही इन्टरनेट एक्सेस करते हैं, इसलिए अपने वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाना बहुत आवश्यक है.

अगर आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली नहीं होगी तो वेबसाइट मोबाइल में अच्छा Perform नहीं कर पायेगी और सर्च इंजन आपकी वेबसाइट को अच्छी रैंकिंग नहीं देंगे. आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है या नहीं इसके लिए आप गूगल के Mobile Testing Tool का इस्तेमाल कर सकते हैं.

अगर आपकी वेबसाइट WordPress पर है तो आप वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाने के लिए GeneratePress जैसी लाइटवेट और Responsive थीम का इस्तेमाल कर सकते हैं. या फिर आप Google AMP के द्वारा भी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बना सकते हैं.

#14 – वेबसाइट को फ़ास्ट लोडिंग बनायें

वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाने के साथ – साथ लोडिंग स्पीड को Improve करना भी जरुरी होता है. वेबसाइट की लोडिंग स्पीड एक डायरेक्ट रैंकिंग फैक्टर है. अगर आपकी वेबसाइट लोड होने में अधिक समय लेती है तो यूजर आपकी वेबसाइट पर जाना पसंद नहीं करेंगे और ना ही वेबसाइट सर्च इंजन रिजल्ट पेज में अच्छा Perform कर पायेगी. इसलिए वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को फ़ास्ट करना बेहद जरुरी है.

#15 – वेबपेज की Indexing Issue को फिक्स करें

किसी वेबपेज को गूगल में रैंक करवाने के लिए उसका Index होना जरुरी होता है, बिना Indexing के कोई भी वेबपेज गूगल में रैंक नहीं कर सकता है. अगर आपका वेबपेज गूगल में Index नहीं हो रहा है तो आप Robot Tag और Robots.txt File के द्वारा Check करें कि वेबपेज की Indexing ब्लॉक तो नहीं है.

अगर इन दोनों के द्वारा वेबपेज की indexing ब्लॉक नहीं है तो पता लगाये कि किस कारण से आपका वेबपेज Index नहीं हो रहा है और Problem को फिक्स करें. अधिक जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं.

#16 – ब्रोकन लिंक फिक्स करें

ब्लॉग में कई बार अलग अलग कारणों से Broken Link बन जाती है, और यह ब्रोकन लिंक ब्लॉग की रैंकिंग में नकारात्मक प्रभाव डालती है. इसलिए अगर आपके ब्लॉग में कोई ब्रोकन लिंक बन जाती है तो ऑनलाइन Broken Link Checker टूल के द्वारा ब्रोकन लिंक Find करें और उसे जल्दी से जल्दी फिक्स करें.

#17 – शेयर बटन का इस्तेमाल करें

ब्लॉग में सोशल शेयर बटन का इस्तेमाल करें. हालाँकि सोशल शेयर बटन आपके ब्लॉग की रैंकिंग को Direct Effect नहीं करते हैं लेकिन Indirectly यह ब्लॉग की रैंकिंग को effect करते हैं. चलिये बताते हैं कैसे?

जिस ब्लॉग या वेबपेज को अधिक शेयर किया जाता है तो इससे गूगल को सीधे सिग्नल जाता है कि इस वेबपेज पर मौजूद कंटेंट यूजर के लिए उपयोगी है इसलिए गूगल उस वेबपेज को अच्छी रैंकिंग देता है. अगर आपका कंटेंट यूजर को पसंद आता है तो वे आपके कंटेंट को सोशल मीडिया पर शेयर कर पायेंगें और आपके ब्लॉग का ट्रैफिक भी बढेगा.

#18 – नियमित रूप से नए ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करें

अपने ब्लॉग पर नियमित रूप से नए पोस्ट पब्लिश करें, इससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक भी बढेगा और आपकी रैंकिंग में भी सुधार होगा. गूगल भी ऐसे ब्लॉग को अच्छी रैंकिंग देता है जो नियमित रूप से ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करते हैं. ब्लॉग पोस्ट हमेशा एक Schedule में पब्लिश करें.

जैसे आप हर सप्ताह 3 ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करते हैं तो इसे Continue रखिये, साथ में पोस्ट को पब्लिश करने का दिन और समय भी फिक्स रखें. इससे आपको काफी फायदा मिलेगा.

#19 – पुराने पोस्ट को अपडेट कीजिए

ब्लॉग में नए पोस्ट पब्लिश करने के साथ – साथ पुराने पोस्ट को भी अपडेट कीजिये, पुराने पोस्ट को अपडेट करने से आपके कोई भी पोस्ट Outdated नहीं होते हैं और आपके ब्लॉग का हर एक पोस्ट फ्रेश रहता है. जब आप पोस्ट को अपडेट करें तो कुछ नयी और अपडेटेड इनफार्मेशन पोस्ट में जरुर Add करें. आप पोस्ट को अपडेट करके नयी Date पर पब्लिश कर सकते हैं.

#20 – वेबसाइट का डिजाईन Simple रखें

वेबसाइट का Look Clean और Simple रखें, ज्यादा चमक – धमक के चक्कर में वेबसाइट की लोडिंग स्पीड खराब ना करें. ज्यादा चमक – धमक वाली वेबसाइट यूजर के ध्यान को भी भटका सकती है.

अंतिम शब्द: On Page SEO Kaise Kare

तो दोस्तों आज के इस लेख में हमने सीखा कि On Page SEO क्या है और On Page SEO Kaise Kare. अगर आप लेख में बतायी गयी सभी बातों को ध्यान में रखकर अपने ब्लॉग का On Page SEO करेंगे तो आपका ब्लॉग बहुत कम समय में ही गूगल पर रैंक करेगा.

इस लेख में इतना ही, उम्मीद करता हूँ आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और यह आपके लिए मददगार रहा होगा. अगर अभी भी आपके मन में On Page SEO को लेकर कोई भी डॉउट हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, हम जल्दी ही आपके सवालों का जवाब देने की कोशिस करेंगे. और यदि आपको यह लेख पसंद आया तो इस लेख को सोशल मीडिया पर शेयर करना मत भूलियेगा.

लेख को अंत तक पढने के लिए धन्यवाद||

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Hey Friends, I am Devendra Rawat. I am Blogger|| Hinditechdr.com Blog बनाने का मेरा यही मकसद है कि Hindi Readers को Blogging, SEO, Internet आदि की सटीक जानकारी हिंदी भाषा में प्रदान करा सकूँ. मेरे Blog पर आने के लिए धन्यवाद ||

4 thoughts on “On Page SEO क्या है, On Page SEO कैसे करें 20 स्टेप में”

  1. आपका ब्लॉगिंग के विषय मे काफी नॉलेज है। आपका पोस्ट मुझे पढ़ने में रोचक लगता है। ऐसे सुंदर लेख के धयनवाद।

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